NH-922 बना मौत का हाईवे, सड़क हादसे रोकने में नाकाम प्रशासन
बिहार के NH-922 पर सड़क हादसों का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। गुरुवार को एक और दर्दनाक दुर्घटना में 10 वर्षीय किशोरी निभा की जान चली गई। विद्यालय से लौटते समय सड़क किनारे खड़ी किशोरी को एक तेज़ रफ्तार ट्रक ने कुचल दिया, जिससे मौके पर ही उसकी मौत हो गई।
घटना के बाद स्थानीय लोग आक्रोशित हो गए और उन्होंने ट्रक में तोड़फोड़ कर दी। गुस्साए लोगों ने NH-922 को जाम कर दिया और प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी। प्रदर्शनकारियों की मांग है कि ट्रक चालक को जल्द गिरफ्तार किया जाए और मृतक के परिवार को उचित मुआवजा दिया जाए।
NH-922 बना हादसों का हॉटस्पॉट :
स्थानीय लोगों का कहना है कि प्रशासन की लापरवाही के कारण NH-922 अब मौत का हाईवे बनता जा रहा है। सड़क पर लगातार हो रही दुर्घटनाओं के बावजूद प्रशासन मूकदर्शक बना हुआ है।
प्रशासन की लापरवाही पर उठे सवाल :
ग्रामीणों का आरोप है कि तेज रफ्तार वाहनों पर कोई नियंत्रण नहीं है और सड़क पर सुरक्षा के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाए जा रहे हैं। सड़क पर स्पीड ब्रेकर, चेतावनी संकेत और ट्रैफिक पुलिस की अनुपस्थिति के कारण आए दिन दुर्घटनाएं हो रही हैं। बक्सर लाईव:
पुलिस मौके पर, लेकिन लोग अड़े रहे :
घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और आक्रोशित लोगों को समझाने की कोशिश करने लगी, लेकिन प्रदर्शनकारी न्याय की मांग पर अड़े रहे।
मांगें और सवाल
1. ट्रक चालक की तत्काल गिरफ्तारी
2. मृतक के परिवार को उचित मुआवजा
3. सड़क पर स्पीड ब्रेकर और ट्रैफिक व्यवस्था दुरुस्त करने की मांग
क्या प्रशासन अब भी जागेगा या NH-922 ऐसे ही हादसों का शिकार बनता रहेगा?
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